परमेश्वर के कार्य और वचन का अभिप्राय तुम लोगों के स्वभाव में एक परिवर्तन लाना है; उसका उद्देश्य मात्र यह नहीं है कि तुम लोग उन्हें समझो या पहचानो और उन्हें अंत तक रखे रहो। उस व्यक्ति के समान जिसके पास प्राप्त करने की योग्यता है, तुम लोगों को
परमेश्वर के वचन को समझने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि परमेश्वर के अधिकतर वचन मानवीय भाषा में लिखे गए हैं जो समझने में बहुत आसान हैं। उदाहरण के लिए, तुम लोग जान सकते हो जो परमेश्वर तुमसे चाहता है कि तुम समझो और उसका अभ्यास करो; यह कुछ ऐसा है जिसे एक उचित व्यक्ति, जिसके पास समझने की क्षमता है, उसके करने योग्य होना चाहिए। परमेश्वर अब जो कहता है वह विशेष रूप से
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