संदर्भ के लिए बाइबल के पद:
"यहोवा परमेश्वर ने जितने बनैले पशु बनाए थे, उन सब में सर्प धूर्त था; उसने स्त्री से कहा, क्या सच है कि परमेश्वर ने कहा, 'तुम इस वाटिका के किसी वृक्ष का फल न खाना'? स्त्री ने सर्प से कहा, 'इस वाटिका के वृक्षों के फल हम खा सकते हैं; पर जो वृक्ष वाटिका के बीच में है, उसके फल के विषय में परमेश्वर ने कहा है 'कि न तो तुम उसको खाना और न उसको छूना, नहीं तो मर जाओगे।' तब सर्प ने स्त्री से कहा, 'तुम निश्चय न मरोगे! वरन् परमेश्वर आप जानता है कि जिस दिन तुम उसका फल खाओगे उसी दिन तुम्हारी आँखें खुल जाएँगी, और तुम भले बुरे का ज्ञान पाकर परमेश्&zw
...
Read more »
|
धर्मग्रंथों के भीतर जिसकी सबसे अधिक भविष्यवाणी की गई है वह अंत के दिनों में परमेश्वर का न्याय और ताड़ना का कार्य है। धर्मग्रंथों में परमेश्वर द्वारा कम से कम दो सौ स्थानों में न्याय को पूरा करने का उल्लेख किया गया है; कोई कह सकता है कि सभी ने भविष्यवाणी की है कि परमेश्वर अंत के दिनों में न्याय और ताड़ना के अपने कार्य को पूरा करेगा। इसके साथ-साथ धर्मग्रंथों के केवल एक छोटे से हिस्से का उपयोग करना यह सिद्ध करने के लिए पर्याप्त है कि परमेश्वर का न्याय और ताड़ना का अपना कार्य लागू करना उसके अंत के दिनों के कार्य का एक अनिवार्य कदम है। परमेश्वर के अंत के दिनों का कार्य मानवजाति को शुद्ध करने, बचाने और सिद्ध करने के लिए न्याय और ताड़ना के तरीके का उपयोग करना है; यह युग को समाप्त करने और अंततः मसीह के राज्य—परमेश्वर के प्यारे राज्य—का निर्माण करने के लिए न्याय और ताड़ना के माध्यम से
...
Read more »
|
1. यीशु का पहाड़ी उपदेश
धन्य वचन (मत्ती 5:3-12)
नमक और ज्योति (मत्ती 5:13-16)
व्यवस्था की शिक्षा (मत्ती 5:17-20)
क्रोध और हत्या (मत्ती 5:21-26)
व्यभिचार (मत्ती 5:27-30)
तलाक (मत्ती 5:31-32)
शपथ (मत्ती 5:33-37)
प्रतिशोध (मत्ती 5:38-42)
श
...
Read more »
|
संदर्भ के लिए बाइबिल के पद:
“पिता किसी का न्याय नहीं करता, परन्तु न्याय करने का सब काम पुत्र को सौंप दिया है” (यूहन्ना 5:22)।
“वरन् उसे न्याय करने का भी अधिकार दिया है, इसलिये कि वह मनुष्य का पुत्र है” (यूहन्ना 5:27)।
“क्योंकि वह समय आ पहुँचा है कि पहले परमेश्वर<
...
Read more »
|

बुद्धिमान कुँवारियाँ कैसे परमेश्वर की आवाज़ सुनती हैं और प्रभु का स्वागत करती हैं?
संदर्भ के लिए बाइबिल के पद:
“मुझे तुम से और भी बहुत सी बातें कहनी हैं, परन्तु अभी तुम उन्हें सह नहीं सकते। परन्तु जब वह अर्थात् सत्य का आत्मा आएगा,
...
Read more »
|
झेंग वेगुओ (शहरी संयुक्त मोर्चा कार्य विभाग के मंत्री): मैं कई सालों से यूनाइटेड फ्रंट के साथ काम कर रहा हूँ, और मैंने कई धार्मिक विश्वासों का अध्ययन किया है। ईसाई धर्म, कैथोलिक धर्म, और पूर्वी परंपरागत धर्म सभी शास्त्रसम्मत धर्म हैं जो मसीह में विश्वास करते हैं। लेकिन सर्वशक्तिमान परमेश्वर में तुम्हारा विश्वास बिलकुल अलग है। चीनी कम्युनिस्ट सरकार के दस्तावेज़ों के अनुसार, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का ईसाई धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। तुम ईसाई धर्म के नाम पर उन अलग-अलग संप्रदायों में सुसमाचार का प्रचार कर रहे हो जो तुम्हें एक ईसाई के रूप में पहचानते तक नहीं
...
Read more »
|
परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
पवित्र आत्मा का कार्य दिन ब दिन बदलता जाता है, हर एक कदम के साथ ऊँचा उठता जाता है; आने वाले कल का प्रकाशन आज से भी कहीं ज़्यादा ऊँचा होता है, कदम दर कदम और ऊपर चढ़ता जाता है। जिस कार्य के द्वारा परमेश्वर मनुष्य को सिद्ध करता है वह ऐसा ही है। यदि मनुष्य उस गति से चल न पाए, तो उसे किसी भी समय पीछे छोड़ा जा सकता है। यदि मनुष्य के पास आज्ञाकारी हृदय न हो, तो वह अंत तक अनुसरण नहीं कर सकता है। पूर्व का युग गुज़र गया है; यह एक नया युग है। और नए युग में, नया कार्य करना होगा। विशेषकर अंतिम युग में जिसमें मनुष्य को सिद्ध किया जाएगा, परमेश्वर पहले से ज़्यादा तेजी से नया कार्य करेगा। इसलिए, अपने हृदय में आज्ञाकारिता को धारण किए बिना, मनुष्य के लिए परमेश्वर के पदचिह्नों का अनुसरण करना कठिन होगा। परमेश्वर किसी भी नियम का
...
Read more »
|

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
पवित्र आत्मा का कार्य सक्रिय अगुवाई करना और सकारात्मक प्रकाशन है। यह लोगों को निष्क्रिय नहीं बनने देता है। यह उनको राहत पहुँचाता है, उन्हें विश्वास और दृढ़ निश्चय देता है और यह परमेश्वर के द्वारा सिद्ध किए जाने का अनुसरण करने के लिए उन्हें योग्य बनाता है। जब पवित्र आत्मा कार्य करता है, तो लोग सक्रिय रूप से प्रवेश कर सकते हैं; वे निष्क्रिय नहीं होते और उन्हें ब
...
Read more »
|

यांग यांग, चीन
भाइयों और बहनों, हम सभी जानते हैं कि परमेश्वर से प्रार्थना करना ईसाइयों के लिए परमेश्वर से संवाद करने का सबसे सीधा तरीका है। यही कारण है कि, सुबह और शाम की प्रार्थनाओं के अलावा, हम और भी कई बार प्रार्थना करते हैं जैसे कि जब हम
...
Read more »
|

संदर्भ के लिए बाइबिल के पद:
"तब स्वर्ग का राज्य उन दस कुँवारियों के समान होगा जो अपनी मशालें लेकर दूल्हे से भेंट करने को निकलीं। उनमें पाँच मूर्ख और पाँच समझदार थीं। मूर्खों ने अपनी मशालें तो लीं, परन्तु अपने साथ तेल नहीं लिया; ... जब दूल्हे के आने में देर हुई, तो वे सब ऊँघने लगीं और सो गईं। आधी रात को धूम मची: 'देखो, दूल्हा आ रहा है! उससे भेंट करने के लिये चलो।' तब वे सब कुँवारियाँ उठकर अपनी मशालें ठीक करने लगीं। और मूर्खों ने समझदारों से कहा, 'अपने तेल में से कुछ हमें भी दो, क्योंकि हमारी मशालें बुझी जा रही हैं।' परन्तु समझदारों ने
...
Read more »
| |