शियांशिन द्वारा
सूचीपत्र
हम सत्य का अभ्यास कर रहे हैं या फिर रीति-रिवाज़ों से चिपके हैं?
क्या हम परमेश्वर को प्रेम करने और संतुष्ट करने के लिए स्वयं को खपाते हैं?
प्रभु यीशु ने कहा है, "जिसमें सच्चे भक्त पिता की आराधना आत्मा और सच्चाई से करेंगे, क्योंकि पिता अपने लिये ऐसे ही आराधकों को ढूँढ़ता है। परमेश्वर आत्मा है, और अवश्य है कि उसकी आराधना करनेवाले आत्मा और सच्चाई से आराधना करें" (यूहन्ना 4:23-24)। प्रभु की अपेक्षा है कि हम आत्मा और सच्चाई से
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